अलवर। पुलिस की रेड के दौरान एक महीने की बच्ची की मौत हो गई। आरोप है कि पुलिसकर्मी बच्ची के पिता को पकड़ने के लिए चारपाई पर चढ़ गए। इसी दौरान मासूम पुलिसवाले के पैर के नीचे दब गई। घटना रविवार सुबह 6 बजे नौगावां इलाके के रघुनाथगढ़ के पास तेलिया का बास की है। मामले में 5 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है।
डीएसपी सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि पुलिस साइबर अपराधियों के खिलाफ अभियान चला रही थी। इसी दौरान इमरान के घर दबिश दी गई। जिस बच्ची की मौत हुई, वह पहले से बीमार थी।
मासूम की मां राजीदा ने आरोप लगाया कि सुबह 6 बजे पुलिस टीम घर पहुंची। उसने दरवाजा खोला तो पुलिसवालों ने उसे कमरे से बाहर निकाल दिया। इसके बाद चारपाई पर चढ़कर पति को बिस्तर से खींचने लगे। इसी दौरान पुलिसकर्मी ने चारपाई पर सो रही बेटी पर पैर रख दिया। राजीदा ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया और खाली कागज पर साइन करा लिए।
ग्रामीणों ने बताया कि बच्ची की मौत के बाद परिजन शव लेकर सम्मनबास चौकी पहुंचे। सूचना पर पूर्व मंत्री नसरू खां दोपहर 2 बजे मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से बात की और फिर शव के साथ अलवर पहुंचे। वहां एएसपी तेजपाल सिंह से मुलाकात की।
पूर्व मंत्री ने मांग रखी कि दोषियों पर हत्या का मामला दर्ज हो। गांव वालों ने नौगावां थाने के पूरे स्टाफ को हटाने और नया स्टाफ लगाने की मांग की। चेतावनी दी कि मांगें नहीं मानी गईं तो एसपी ऑफिस के बाहर धरना देंगे। पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि नौगावां पुलिस साइबर अपराधियों को पकड़ने के नाम पर अवैध वसूली करती है।
एसपी डॉ. तेजपाल सिंह ने बताया कि हेड कॉन्स्टेबल गिरधरलाल, जगवीर, सिपाही ऋषिकेश, मोहम्मद शाहिद और सुनील को लाइन हाजिर कर दिया गया है। बच्ची के परिजनों ने पुलिस टीम के खिलाफ शिकायत दी है। इस पर मामला दर्ज कर जांच उद्योग नगर इंचार्ज को सौंपी गई है। इसके अलावा डिप्टी रैंक के अधिकारी से अलग से जांच कराई जाएगी। जांच में गड़बड़ी मिली तो कार्रवाई होगी।
पुलिस को एक साइबर अपराधी की लोकेशन कमरे के अंदर मिली थी। इसी आधार पर टीम आरोपी को पकड़ने पहुंची थी।