दिल्ली। भाजपा विधायक दल की बैठक में बुधवार को रेखा गुप्ता को विधायक दल का नेता चुना गया। वे दिल्ली की नौवीं मुख्यमंत्री होंगी। शालीमार बाग से विधायक रेखा ने आम आदमी पार्टी की वंदना कुमारी को 29,595 वोटों से हराया।
रेखा गुप्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भाजपा से जुड़ी रही हैं। वे दिल्ली भाजपा की महासचिव और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं। दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री के तौर पर RSS ने उनका नाम आगे बढ़ाया था, जिसे पार्टी ने मंजूरी दी।
रेखा गुप्ता ने छात्र राजनीति से करियर की शुरुआत की थी। दो बार विधायक का चुनाव हार चुकी हैं। इसके बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री चुने जाने की तीन अहम वजहें रहीं। पहली, वे पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरह वैश्य समुदाय से आती हैं। दिल्ली में वैश्य समुदाय का व्यापार पर मजबूत पकड़ है और यह भाजपा का कोर वोटर माना जाता है। दूसरी, भाजपा ने महिलाओं के लिए कई योजनाओं की घोषणा की थी, जिससे उसे 45.56% वोट मिले और 48 सीटों पर जीत मिली। तीसरी, भाजपा के तीन नेताओं के नाम सीएम पद की दौड़ में थे, जिनमें विजेंद्र गुप्ता और जीतेंद्र महाजन भी शामिल थे, लेकिन RSS की पसंद रेखा गुप्ता थीं।

भाजपा ने महिलाओं को साधने के लिए कई योजनाओं का ऐलान किया था। इनमें हर महीने 2500 रुपए की आर्थिक मदद, घरेलू मेड के कल्याण के लिए बोर्ड, गरीब महिलाओं को सिलेंडर पर 500 रुपए की सब्सिडी और होली-दीवाली पर एक-एक मुफ्त सिलेंडर शामिल हैं। इसके अलावा, मातृ सुरक्षा वंदना योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को ₹21 हजार और 6 पोषण किट देने की घोषणा की गई थी। महिलाओं को फ्री बस सर्विस की सुविधा भी दी गई है।
दिल्ली में अब तक शीला दीक्षित, सुषमा स्वराज और आतिशी महिला मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। भाजपा ने रेखा गुप्ता को सीएम बनाकर महिला वोटर्स को साधने की कोशिश की है। सूत्रों के मुताबिक, विधायक दल की बैठक से पहले RSS ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे भाजपा ने स्वीकार कर लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी जैसे दिग्गज नेताओं ने उनके लिए प्रचार किया था।
रेखा गुप्ता का परिवार हरियाणा के जुलाना से है। उनके दादा मनीराम वहीं रहते थे। पिता जयभगवान 1972-73 में बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर बने और दिल्ली में पोस्टिंग के बाद परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया। रेखा की स्कूली पढ़ाई दिल्ली में हुई। उन्होंने दौलत राम कॉलेज से बीकॉम किया और फिर एलएलबी की पढ़ाई की। कुछ समय तक वकालत भी की।
चुनावी हलफनामे के मुताबिक, रेखा गुप्ता की कुल संपत्ति ₹5.3 करोड़ है। इनमें ₹1.2 करोड़ की देनदारियां और ₹1.48 लाख कैश शामिल है। बैंक अकाउंट में ₹72.94 लाख जमा हैं। उन्होंने ₹9.29 लाख के शेयर और ₹53 लाख का LIC इंवेस्टमेंट किया है। उनके नाम पर कोई कार नहीं है, जबकि उनके पति मनीष गुप्ता के पास मारुति XL6 कार है।
रेखा के पास 225 ग्राम सोने की ज्वैलरी है, जिसकी कीमत 18 लाख रुपए है। उनकी कुल चल संपत्ति ₹2.72 करोड़ की है। अचल संपत्तियों में रोहिणी और शालीमार बाग में एक-एक घर है। रोहिणी में उनके पति के नाम पर भी एक घर है। इन संपत्तियों की कुल कीमत ₹2.60 करोड़ है।