दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार शाम शपथ लेने के छह घंटे बाद यमुना घाट पर आरती की। उनके साथ छह मंत्री भी मौजूद रहे। इससे पहले सचिवालय में पहली कैबिनेट बैठक हुई, जो एक घंटे चली। बैठक में दिल्ली में आयुष्मान भारत योजना लागू करने और विधानसभा सत्र में 14 सीएजी रिपोर्ट पेश करने को मंजूरी दी गई।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में यमुना की सफाई बड़ा मुद्दा था। भाजपा ने अपने मेनिफेस्टो में भी इसका वादा किया था। रेखा गुप्ता का यह कार्यक्रम इसी से जोड़ा जा रहा है।
इससे पहले दोपहर 12:30 बजे रेखा गुप्ता ने रामलीला मैदान में शपथ ली। वे शालीमार बाग सीट से पहली बार विधायक बनी हैं। रेखा दिल्ली की 9वीं और चौथी महिला मुख्यमंत्री हैं। उनसे पहले सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी इस पद पर रह चुकी हैं।

शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह समेत भाजपा शासित 21 राज्यों के मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम मौजूद रहे। आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल और आतिशी इस समारोह में नहीं पहुंचे।
प्रवेश वर्मा समेत छह मंत्रियों ने भी शपथ ली
रेखा गुप्ता के साथ छह मंत्रियों ने भी शपथ ली। इनमें अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, रविंद्र इंद्राज सिंह, कपिल मिश्रा और पंकज कुमार सिंह शामिल हैं।
रेखा बोलीं- मैं शीशमहल में नहीं रहूंगी
शपथ से पहले रेखा गुप्ता ने गुरुवार सुबह मीडिया से कहा, “यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। मुझ पर भरोसा जताने के लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी और पार्टी हाईकमान की आभारी हूं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं दिल्ली की मुख्यमंत्री बनूंगी। मैं शीशमहल में नहीं रहूंगी।”
भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास को शीशमहल नाम दिया था। इसे अरविंद केजरीवाल ने बनवाया था। भाजपा का आरोप है कि इसे बनाने में नियमों को ताक पर रखकर करोड़ों रुपए खर्च किए गए। पार्टी ने इसे चुनावी मुद्दा भी बनाया था।