
गांव की आवाज न्यूज नाथद्वारा | श्रीनाथजी की हवेली में होली और डोलोत्सव धूमधाम से मनाया गया। दर्शन और होली खेलने के लिए गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों से वैष्णव और श्रद्धालु पहुंचे। गुरुवार को श्रीजी प्रभु की हवेली में भव्य होली महोत्सव हुआ। राजभोग दर्शन में तिलकायत राकेश महाराज और विशाल बावा ने श्रीजी प्रभु को गुलाल, अबीर और चंदन चौवा अर्पित किया।
शाम को शयन दर्शन में श्रीजी प्रभु और लाडले लाल प्रभु की दाढ़ी गुलाल से रंगी गई। इससे पुष्टि सृष्टि में होली खेलने का संकेत दिया गया। शुक्रवार को डोलोत्सव पर सुबह 4:45 बजे मंगला दर्शन में भद्रा का लोप हुआ। खर्च भंडारी और मशालची की अगुवाई में कीर्तनकार, सेवा वाले और ब्रजवासी कीर्तन व रसिया गाते हुए होली मंगरा पहुंचे। वहां होली की परिक्रमा कर दहन किया गया। इसके बाद नगर और आसपास के इलाकों में भी होलिका दहन हुआ।
राजभोग दर्शन में श्रीजी प्रभु को चंदन की पत्तियों से बने झूले में विराजित किया गया। श्री मदन मोहनजी और लाडले लाल को झूला झुलाया गया। चार राजभोग दर्शन हुए। धुलेंडी पर शाम को शयन दर्शन में बादशाह की सवारी निकली। एक ब्रजवासी युवक बादशाह बना और पालकी में बैठा। उसने दोनों हाथों में श्रीजी की छवि ली हुई थी। श्रीनाथ बैंड सवारी की अगवानी कर रहा था। सबसे आगे घोड़े पर सेनापति बैठा था। सवारी मंदिर की परिक्रमा कर सूरजपोल पहुंची। वहां बनी सीढ़ियों पर बादशाह ने अपनी दाढ़ी से सफाई की। इसके बाद सवारी फिर रवाना हुई। इस दौरान स्थानीय लोगों ने खरी-खोटी सुनाई।