प्रयागराज। शादी के दो दिन बाद नई नवेली दुल्हन ने बच्चे को जन्म दिया। अस्पताल में डिलीवरी के बाद जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। बच्चे के जन्म के बाद ससुराल वालों ने बहू को अपनाने से इनकार कर दिया। दूल्हे ने कहा कि यह उसका बच्चा नहीं है। उसकी शादी चार महीने पहले तय हुई थी। वहीं, दुल्हन के मायके वालों का कहना है कि शादी से पहले दोनों का मिलना-जुलना था। विवाद बढ़ने पर गांव में पंचायत हुई। इसके बाद दुल्हन बच्चे को लेकर मायके चली गई।
प्रयागराज के करछना तहसील के युवक की 24 फरवरी को जसरा गांव में शादी हुई थी। बारात का स्वागत धूमधाम से हुआ। दूल्हा-दुल्हन ने वरमाला डाली। देर रात तक शादी का कार्यक्रम चला। अगले दिन 25 फरवरी को दुल्हन की विदाई हुई।
दूल्हे की मां ने बताया कि नई नवेली दुल्हन को देखने के लिए रिश्तेदार और पड़ोसी घर आए। दिनभर मुंह दिखाई का कार्यक्रम चला। अगले दिन 26 फरवरी की सुबह बहू ने सबको चाय बनाकर पिलाई। घर में खुशहाली का माहौल था। लेकिन, शाम को अचानक बहू ने पेट दर्द की शिकायत की। उसे तुरंत करछना CHC ले जाया गया। डॉक्टरों ने जांच की, तो पता चला कि वह गर्भवती है। डॉक्टरों ने कहा कि तुरंत डिलीवरी करानी होगी। करीब दो घंटे बाद बहू ने बच्चे को जन्म दिया।
इस खबर से ससुराल वाले हैरान रह गए। उन्होंने तुरंत दुल्हन के मायके वालों को सूचना दी। मायके वाले अस्पताल पहुंचे। ससुराल वालों ने उनसे पूछा कि बेटी के गर्भवती होने की बात उन्होंने क्यों छिपाई?
लड़की के पिता ने बताया कि बेटी की शादी मई 2024 में तय हुई थी। तब से लड़का-लड़की मिल रहे थे। हालांकि, दूल्हे ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया। उसने जांच कराने की चुनौती दी। साथ ही कहा कि वह अब लड़की को नहीं अपनाएगा। उसकी शादी अक्टूबर 2023 में तय हुई थी।
लड़के के पिता ने कहा कि वे बहू को अपना नहीं सकते। शादी में खर्च हुए पैसे भी नहीं चाहिए। लेकिन, जो सामान दिया गया था, वह वापस मिलना चाहिए। अगर सामान नहीं मिला, तो कानूनी कार्रवाई करेंगे। लड़की वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगे।
वहीं, लड़की की मां ने आरोप लगाया कि लड़के वालों ने दहेज लेकर शादी की है। अब वे बेटी को अपनाने से इनकार कर रहे हैं। अगर वे बेटी को नहीं ले जाएंगे, तो उन पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि वे बच्चे को पाल लेंगे। बेटी अभी भी लड़के का ही नाम ले रही है। अगर उसे ससुराल नहीं भेजा गया, तो वह जान दे देगी।