
गांव की आवाज न्यूज चित्तौड़गढ़। श्री सांवलियाजी मंदिर में चढ़ावे के रूप में एकत्रित 58 किलो से ज्यादा अफीम को नारकोटिक्स विभाग ने जब्त कर लिया। गुरुवार को नीमच, मंदसौर और प्रतापगढ़ से आई नारकोटिक्स विभाग की दो टीमें मंदिर पहुंचीं। गर्भगृह के नीचे बने तहखाने में रखी अफीम की जांच की गई। विभाग की टीम इलेक्ट्रॉनिक कांटे लेकर आई थी। करीब चार घंटे तक चली कार्रवाई में अफीम को तौला गया और कागजी प्रक्रिया पूरी की गई।
मंदिर मंडल की सीईओ और एडीएम प्रभा गौतम ने इस मामले में जानकारी देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि इस संबंध में केवल नारकोटिक्स विभाग ही जानकारी देगा।
मन्नत पूरी होने पर किसान चढ़ाते हैं अफीम
यह अफीम पिछले कुछ वर्षों में चढ़ावे के रूप में आई थी। मेवाड़ और मालवा के किसान अफीम की अच्छी उपज होने की मन्नत पूरी होने पर उसका कुछ हिस्सा सांवरा सेठ को चढ़ाते हैं। किसान नकद राशि के साथ प्लास्टिक की थैलियों में थोड़ी-सी अफीम भंडार में चढ़ाते हैं। यह परंपरा लंबे समय से चली आ रही है। इसकी शिकायतें भी मिल रही थीं।
पहले पुजारी खुद इस्तेमाल करते थे
करीब दो-तीन साल पहले तक मंदिर के पुजारी इस अफीम का खुद उपयोग करते थे। विशिष्ट भक्तों को प्रसाद के रूप में भी दी जाती थी। इसे लेकर मंदिर चर्चा में रहा था। बाद में मंदिर मंडल के प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्रवाई कर अफीम को अपने कब्जे में लेना शुरू किया और तहखाने में रखवा दिया।
एक आरटीआई कार्यकर्ता ने इसकी शिकायत नारकोटिक्स विभाग को कर दी। इसके बाद अफीम को सीज कर लिया गया। कार्रवाई के दौरान एडीएम प्रभा गौतम मौजूद थीं, लेकिन उन्होंने कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया।
हर चतुर्दशी पर पुलिस को सौंपी जाएगी अफीम
भविष्य में हर चतुर्दशी पर पुलिस की निगरानी में भंडार से निकलने वाली अफीम को तौलकर पुलिस को सौंपा जाएगा।
करोड़ों का आता है चढ़ावा
सांवलिया सेठ के चढ़ावे का भंडार हर महीने खुलता है। हर महीने 18 से 20 करोड़ का चढ़ावा आता है। जनवरी 2025 में 22.92 करोड़ का चढ़ावा आया था, जिसमें सोना-चांदी भी शामिल था।